“धरती” 776 करोड़ लोगों का घर है, अभी तक हम नहीं जानते की अंतरिक्ष की अनंत गहराइयों में कहीं और जीवन पनप रहा है या नहीं लेकिन हां हम पृथ्वी को अवश्य अच्छी तरह से जानते हैं, लेकिन कुछ बातें हम पृथ्वी से जुड़ी अभी भी नहीं जानते, आज विज्ञान ने इतनी ज्यादा तरक्की कर ली है कि आज हम अपने गैलेक्सी के लगभग सभी ग्रहों तक पहुंच चुके हैं, अंतरिक्ष की अनंत गहराइयों में कहीं सरवाइव करती है, आकाशगंगा नाम की गैलेक्सी और उसी में सरवाइव करती है, पृथ्वी नाम का ये हमारा घर और आज इसी घर के बारे में हम जानेंगे कुछ महत्वपूर्ण रोचक तथ्य यानी अमेजिंग फैक्ट अबाउट अर्थ (Amazing Fact about earth in hindi) जो यकीनन आपको भी हैरान कर देंगे तो चलिए आज के इस लेख मैं धरती के बारे मैं आपको 20 रोचक तथ्य बताते है।
वैज्ञानिकों के अनुसार हमारी पृथ्वी आज से 4.5 अरब साल पहले ऐसी बिल्कुल भी नहीं थी ये एक गरम गोल लावे की तरह थी जो तेज गति से सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है, जो पृथ्वी कभी लावे की तरह धधकती थी आज वही पृथ्वी जीवन का एकमात्र ज्ञात स्थान है, हमारा यह प्यारा ग्रह अंतरिक्ष से देखने पर नीले रंग का दिखाई देता है, क्योंकि धरती पर 71 परसेंट भाग में पानी ही है, इसलिए हमें अंतरिक्ष से पृथ्वी नीली दिखाई देती है।
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Amazing Fact about Earth |
धरती के बारे में रोचक तथ्य- Amazing Fact about Earth
1- वैज्ञानिकों के अनुसार हमारी पृथ्वी की आयु 4.5 अरब साल है जिसे वैज्ञानिको ने है शोध के अनुसार बताया है।
2- धरती के 40% हिस्से पर दुनिया के 6 देशों का कबजा है, बाकी के 60% हिस्से में दुनिया के सभी देश है।
3- धरती के तापमान का स्रोत केवल सूर्य ही नहीं है, बल्कि पृथ्वी की निचली सतह में सूर्य के बराबर गर्मी है क्योंकि पृथ्वी का अंदरूनी भाग लिक्विड पदार्थों से बना है, इसलिए एक अनुमान के अनुसार पृथ्वी के अंदर के भाग का तापमान “5500 डिग्री सेल्सियस से लेकर 7000” डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है जो सूर्य के सतह के तापमान के बराबर है।
4- पृथ्वी पर इतनी मात्रा में सोना मौजूद है, की पूरी पृथ्वी की सतह 1.5 फिट मोटी चादर जमीन पर बिछाई जाए तभ भी सोना बच जाएगा, अब इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पृथ्वी पर कितना गोल्ड है।
5- पृथ्वी पर गिरने वाले उल्का पिंडों में से अब तक का सबसे विशाल उल्का पिंड का नाम होबा मीटोराइट था, इसका वजन लगभग 60 टन है और ये लोहे की मिश्र धातु से बना है।
6- पृथ्वी पर वायु प्रदूषण इतना ज्यादा बढ़ गया है खास कर चाइना का वायुमंडल तो इतना ज्यादा बढ़ गया है की अंतरिक्ष से ग्रेट वॉल ऑफ चाइना दिखाई भी नहीं देती।
7- धरती पर रहने वाले दुनिया के सभी लोग 1 किलोमीटर के घन यानी क्यूब मैं समा सकते हैं।
8- 2015 पृथ्वी का अब तक का सबसे लंबा वर्ष रहा था क्योंकि धरती की स्लो रोटेशन के कारण 2015 1 सेकंड लंबा हुआ था, इन छोटी-छोटी बातों पर कोई ध्यान नहीं देता लेकिन यह एक दिन बड़ी समस्या का कारण बन सकती हैं, वैज्ञानिक इसके लिए अभी से चिंतित हैं और तमाम उपाय कर रहे हैं।
9- मनुष्य को अगर अंतरिक्ष में बिना स्पेस सूट के छोड़ दिया जाए तो इंसान केवल 2 मिनट तक ही जिंदा रह पाएगा।
10- पृथ्वी के 71% हिस्से में पानी भरा है, जिसमें 1.6% पानी जमीन के नीचे है, जबकि 0.001% पानी भाप के रूप में वायुमंडल में है, पृथ्वी की सतह पर जो पानी है उसमें से 97% पानी सागर और महासागरों में है जो पीने के योग्य नहीं है, पृथ्वी पर पीने के योग्य पानी सिर्फ 3% है जिसमें 2.4% ग्लेशियर के रूप में पृथ्वी के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव में जमा है, तथा 0.6% पानी नदियों झीलों ताला में है।
11- वैज्ञानिकों के अनुमान के अनुसार पृथ्वी पर 32 करोड़ 60 लाख खरब गैलन पानी है, इसमें एक रोचक तथ्य यह है कि इसकी मात्रा कभी भी घटती नहीं है, और ये क्रिया पृथ्वी की वोटरसाइकिल के कारण होती है, जिसका मतलब है की नदियों और समुंदर से पानी भाप के रूप में आसमान में जाता है, और बादल बनकर वापस धरती पर बरसता है, यह क्रिया निरंतर चलती रहती है।
12- अनुमान के अनुसार लगभग 30,000 छोटे बड़े एस्ट्रोनाॅयड पृथ्वी के वायुमंडल में अटैक करते हैं लेकिन इनमें से ज्यादातर एस्ट्रोनाॅयड पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करते ही घर्षण के कारण जलकर राख हो जाते हैं जो पृथ्वी की सतह नहीं पहुंच पाते, जिन्हें अक्सर टूटता हुआ तारा कहा जाता है और कई बार तो आपने यह दृश्य अपनी आंखों से भी देखा होगा।
13- आज से लगभग 4.5 अरब साल पहले जब पृथ्वी बननी शुरू हुई थी तब पृथ्वी से एक एस्ट्रॉयड की भयंकर टकराव में पृथ्वी का मलवा बिखर कर अंतरिक्ष में चला गया जो पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल के कारण पृथ्वी के चक्कर लगाने लगा और धीरे-धीरे यह मलवा इकट्ठा होता गया और इसने गेंद का रूप ले लिया इसके बाद हमारे पृथ्वी का प्राकृतिक सैटेलाइट यानी चंद्रमा का जन्म हुआ जिसके कारण पृथ्वी पर जीवन संभव हो पाया।
14- आज से लगभग 5.5 करोड़ वर्ष पहले धरती के सभी महाद्वीप एक दूसरे से सटे हुए थे, जो धीरे-धीरे खिसकने के कारण आज दुनिया का नक्शा हमें अलग दिखाई देता है, लेकिन आज से 5.5 करोड़ साल पहले यह सभी आपस में जुड़े हुए थे वैज्ञानिकों ने इन जुड़े हुए महाद्वीपों को पंजिया नाम दिया है।
15- 4 अक्टूबर 1957 को मानव निर्मित पहला सैटेलाइट अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक भेजा गया था, जिसका नाम ‘स्पुतनिक-1’ था, तब से लेकर अब तक 22000 से ज्यादा सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेजी जा चुकी हैं, जो पृथ्वी की परिक्रमा कर रही हैं।
16- अभी तक की ज्ञात जानकारी के अनुसार सिर्फ पृथ्वी ही हमारे सौरमंडल में ऐसा ग्रह है जहां पानी और गैसें तरल अवस्था में मौजूद हैं।
17- आसमान में चमकता हुआ सूर्य देखने में तो बहुत ही छोटा लगता है, लेकिन इसका आकार इतना बड़ा है, कि इसमें 13 लाख पृथ्वी समा जाएं तभी जगह बची जाएगी।
18- धरती पर करोड़ों प्रजातियां निवास करती हैं, जिनमें से 99 परसेंट प्रजाति है, महासागरों के अंदर या उनके किनारे रहती हैं, लेकिन पृथ्वी पर कितनी प्रजातियां हैं इसका कोई सटीक अनुमान नहीं है, कुछ प्रजातियां तो ऐसी है जिनकी आज तक पहचान भी नहीं हुई है।
नंबर 19- दुनिया भर में हर साल लगभग 500000 भूकंप आते हैं, इनमें से सिर्फ 100000 भूकंप महसूस किए जाते हैं, जबकि 100 भूकंप विनाशकारी होते हैं जो भारी तबाही मचाते हैं।
20- दोस्तों पृथ्वी पर सबसे बड़ी समस्या है प्रदूषण जिसमें प्लास्टिक का प्रदूषण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है लेकिन क्या आप जानते हैं की एक प्लास्टिक की बोतल को पूरी तरह से डीकंपोज होने में लगभग 4000 वर्ष का समय लग जाता है, इसलिए अगर पृथ्वी को बचाना है तो पोलूशन को कम करना ही होगा वरना 1 दिन हमारा अस्तित्व ही नष्ट हो जाएगा।